पेरीलीन-3,4,9,10-टेट्राकार्बोक्सिलिक एसिड डायमाइड्स (पेरीलीन बायिमाइड्स, पीबीआई)
पेरीलीन युक्त फ़्यूज्ड रिंग एरोमैटिक यौगिकों का एक वर्ग है।
होने के कारण इसकीउत्कृष्ट रंगाई गुण, हल्की स्थिरता, मौसम स्थिरता और रसायन
स्थिरता, इसका व्यापक रूप से ऑटोमोटिव कोटिंग्स उद्योग में उपयोग किया जाता है।
इससे ज्यादा और क्या,इसमें एक व्यापक अवशोषण स्पेक्ट्रम, एक बड़ा स्टोक्स शिफ्ट, एक अच्छा इलेक्ट्रॉन भी है
परिवहन क्षमता, उच्च प्रतिदीप्ति क्वांटम उपज और इलेक्ट्रॉन आत्मीयता
और विभिन्न कार्यात्मक समूहों द्वारा रासायनिक रूप से संशोधित करना आसान है।
इनअनुकूल भौतिक और रासायनिक गुण पेरीलीन डायमाइड्स को प्राप्त करने में सक्षम बनाते हैं
ऊर्जा, जीव विज्ञान, चिकित्सा, और के क्षेत्रों में व्यापक संभावित अनुप्रयोगसुपरमॉलेक्यूलर रसायन शास्त्र इत्यादि।
यह दर्शाता है कि लाल F300 में 200 ~ 400 पर मजबूत अवशोषण होता हैएनएम, और अधिकतम उत्सर्जन तरंग दैर्ध्य λmax 612 एनएम है, जैसा कि संकेत दिया गया है
लाल F300 में एक फ्लोरोसेंट सौर संग्राहक के रूप में क्षमता है।
पोस्ट समय: मार्च-29-2021